दुनिया जल रही थी अपने Passion पर। दुनिया जल रही थी अपने Passion पर।
जिन्दगी में मिली तन्हाई हमें महफिलें ख्बाब में हम सजाते रहे। जिन्दगी में मिली तन्हाई हमें महफिलें ख्बाब में हम सजाते रहे।
जो आज पुराना है वह कभी नया हुआ करता था सब लोगों के आकर्षण का केन्द्र हुआ करता था. जो आज पुराना है वह कभी नया हुआ करता था सब लोगों के आकर्षण का केन्द्र हुआ करत...
महफिलें हजार देखी मगर उसमे तेरा साया नहीं महफिलें हजार देखी मगर उसमे तेरा साया नहीं
यही वक़्त था नाज़ हमे था कभी खुद पर कभी उस पर आज मगर इस सच्चाई के रूबरू हो ही गये हैं हम । यही वक़्त था नाज़ हमे था कभी खुद पर कभी उस पर आज मगर इस सच्चाई के रूबरू ह...
मुहब्बत में मिले दर्द ने हमें ज़िंदा रखा वरना हम तो कब के मर गए होते मुहब्बत में मिले दर्द ने हमें ज़िंदा रखा वरना हम तो कब के मर गए होते